tag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post4623500146112743448..comments2023-11-03T14:44:51.326+05:30Comments on रेत के महल: नवरात्र व्रत कथा : देवी कथाएँ 1 Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttp://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-68293450795063344602015-10-14T12:55:58.478+05:302015-10-14T12:55:58.478+05:30बहुत अच्छी सामयिक प्रस्तुति।
नवरात्रि की हार्दिक...बहुत अच्छी सामयिक प्रस्तुति। <br />नवरात्रि की हार्दिक मंगलकामनाएं!कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-35916500686214754562013-10-06T15:29:24.443+05:302013-10-06T15:29:24.443+05:30Jai Maa Durga Jai Maa Durga abhinavhttps://www.blogger.com/profile/12895743354086157968noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-41691693078521008762013-10-06T15:26:43.424+05:302013-10-06T15:26:43.424+05:30Jai Maa Durga Jai Maa Durga abhinavhttps://www.blogger.com/profile/12895743354086157968noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-80420519962037071612013-10-06T12:27:43.942+05:302013-10-06T12:27:43.942+05:30ahankaari pita ke vishya me sahmat hoon
lekin yah...ahankaari pita ke vishya me sahmat hoon<br /><br />lekin yah kahaani us "pita" ke nahi us "sumati" kee hai .... pita apna karm bhogega hi<br />Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-12913522560932363912013-10-05T23:01:19.509+05:302013-10-05T23:01:19.509+05:30ऐसे अहंकारी पिता, जिसे क्षमा छू कर भी नहीं गयी थी ...ऐसे अहंकारी पिता, जिसे क्षमा छू कर भी नहीं गयी थी और जिसने मात्र अपने अहम् की तुष्टि के लिए अपनी बेटी के जीवन की बलि दे दी उसका क्या हुआ ये भी पता चलता तो अच्छा था। बाकी अरविन्द जी से सहमत हूँ। स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-3479324873763462682013-10-05T15:39:08.200+05:302013-10-05T15:39:08.200+05:30seekh aap de dijiye - ham to kathaa baanch rahe ha...seekh aap de dijiye - ham to kathaa baanch rahe hain :)<br />Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-77325850075839916932013-10-05T15:38:40.921+05:302013-10-05T15:38:40.921+05:30Dr. Arvind Mishra has commented:
arvind mishra ने...Dr. Arvind Mishra has commented:<br /><br />arvind mishra ने आपकी पोस्ट " happy navratri devi story 1 " पर एक टिप्पणी छोड़ी है: <br /><br />इन लोक कहानियों से लोक कल्याण की की जो सीख मिलती हो उनका भी उल्लेख हो तो पर्व, कहानी का औचित्य स्पष्ट हो सके अन्यथा ये कहनियाँ समकालीन परिप्रेक्ष्य में निरी मूर्खाताभरी ,अंधविश्वासपूर्ण बनी रहेगीं <br />Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-30423068439434032162012-10-21T15:46:28.228+05:302012-10-21T15:46:28.228+05:30कथा पढकर अच्छा लगा.
नई जानकारी भी हुई कथा के बारे ...कथा पढकर अच्छा लगा.<br />नई जानकारी भी हुई कथा के बारे में.<br />आभार.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-11502052766388750042012-10-18T21:42:03.281+05:302012-10-18T21:42:03.281+05:30जैसा की आप ने कहा की सभी की अपना अपना विश्वास, है...जैसा की आप ने कहा की सभी की अपना अपना विश्वास, है और मै भी ऐसा ही मानती हूँ , एक दो मौको को छोड़ दूँ तो बहस मै भी नहीं करती हूँ , और यहाँ भी आप से किसी बहस या जवाब की उम्मीद में टिप्पणी नहीं की बस अपने विचार भर रखे थे , मै जब इस कथा से असहमत हो सकती हूँ तो आप भी मुझसे असहमत हो सकती है ।<br /><br /> anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-36587592481142517852012-10-18T17:52:26.834+05:302012-10-18T17:52:26.834+05:30सदा जी - यहाँ आपका स्वागत है । आपको भी नवरात्रि पर...सदा जी - यहाँ आपका स्वागत है । आपको भी नवरात्रि पर्व की शुभेच्छाएं Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-59997334107144911542012-10-18T17:49:22.235+05:302012-10-18T17:49:22.235+05:30जी रश्मि जी, मुझे भी :)जी रश्मि जी, मुझे भी :)Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-68381771498657470342012-10-18T17:49:01.232+05:302012-10-18T17:49:01.232+05:30आभार सुज्ञ जी :)आभार सुज्ञ जी :)Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-53025378168086121862012-10-18T17:05:47.025+05:302012-10-18T17:05:47.025+05:30इस अनुपम कथा को साझा करने का आभार ... नवरात्रि पर्...इस अनुपम कथा को साझा करने का आभार ... नवरात्रि पर्व की अनंत शुभकामनाएंसदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-38378872459867847732012-10-18T15:15:54.345+05:302012-10-18T15:15:54.345+05:30बहुत अच्छी लगी कहानी बहुत अच्छी लगी कहानी रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-28675576739003455982012-10-18T14:44:10.806+05:302012-10-18T14:44:10.806+05:30क्या संदेह कि व्रत कथाएँ व्रत का औचित्य सिद्ध करने...क्या संदेह कि व्रत कथाएँ व्रत का औचित्य सिद्ध करने प्रेरित करने के उद्देश्य से होती है। किन्तु सत्य है कि व्रत किसी का अहित किए बिना अपने सामर्थ्य से पुण्योपार्जन और मलीन कर्मों के विखण्डन प्रयोजन से होते है। तप में उत्थापन आयोजन प्रदर्शन गैर जरूरी है जो करते है कौन रोक सकता है। किन्तु गलत रीतियां पड जाने से तप व्रत आदि की उपयोगिता और अप्रत्यक्ष समाज को योगदान कम नहीं हो जाता।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-90974216289390675272012-10-18T14:13:43.354+05:302012-10-18T14:13:43.354+05:30आभार अनीता जी :)आभार अनीता जी :)Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-59419833639646987172012-10-18T14:07:28.321+05:302012-10-18T14:07:28.321+05:30ओह - मैं तो सोचती थी कि शायद सब जानते होंगे ...aap...ओह - मैं तो सोचती थी कि शायद सब जानते होंगे ...aapko bhi shubhkaamnaayein Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-47990514514493842902012-10-18T14:06:41.432+05:302012-10-18T14:06:41.432+05:30जी सर ।
@ दावात्याग ....
मेरे लिए यह आवश्यक है । ...जी सर । <br />@ दावात्याग ....<br />मेरे लिए यह आवश्यक है । क्योंकि ये सिर्फ लोक कथाएँ भर नहीं हैं, ये धर से जुडी हैं । दावात्याग तो इन कथाओं में हर वाचक हर श्रोता से करता है - कि जैसे - रामायण जी में (काक्भुशुण्डी जी अपने श्रोताओं से कहते हैं) कि (शिव जी ने पार्वती जी से कहा) कि (श्री अनुसूया जी ने श्री सीता जी से कहा) कि ..... :) कथाएँ मेरी नहीं हैं, और इतनी ऊंची हैं, कि उन्हें सुनाने का Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-79452836748406644662012-10-18T13:56:58.136+05:302012-10-18T13:56:58.136+05:30जी अंशुमाला जी - आभार । अपनी अपनी रूचि, अपना अपना...जी अंशुमाला जी - आभार । अपनी अपनी रूचि, अपना अपना विश्वास, अपनी अपनी विश्लेषण |<br /><br />- मैं निजी तौर पर आपकी टिपण्णी में दी गयी हर एक बात से असहमत हूँ, परन्तु व्यर्थ बहस नहीं करना चाहूंगी|<br /><br />wish you a happy festivalShilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-77691453492331611512012-10-18T13:53:09.992+05:302012-10-18T13:53:09.992+05:30अति सुंदर कथा..आभार इसे पढवाने के लिए..अति सुंदर कथा..आभार इसे पढवाने के लिए..Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-6147216262178719512012-10-18T11:44:51.810+05:302012-10-18T11:44:51.810+05:30नवरात्र कथा के लिए आभार !कुछ पुण्य कथा श्रवण में भ...नवरात्र कथा के लिए आभार !कुछ पुण्य कथा श्रवण में भी होता है -कृष्ण महराज भी कह गए हैं! <br />लोक कथाओं को सहजता के साथ जस का तस प्रस्तुत करना चाहिए न कि किसी दावात्याग की मनोभावना लिए ,औचित्य स्पष्ट करते हुए :-) <br />अब यह पाठक पर निर्भर करता है कि उसका बौद्धिक स्तर क्या है और वह किस तरीके से कथा को आत्मसात करेगा ......<br />रूपसी कन्यायों को ऐसे क्रोधातिरेक के सामना और श्राप की अनेक कथाये हैं Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-63187242982216066372012-10-18T10:31:54.720+05:302012-10-18T10:31:54.720+05:30माफ़ कीजियेगा किसी की धार्मिक भावनाओ को ठेस नहीं पह...माफ़ कीजियेगा किसी की धार्मिक भावनाओ को ठेस नहीं पहुचना चाहती हूँ किन्तु आज तक जितने भी व्रत कथा पढ़ी है सब के सब बहुत ही बेकार लगे है मुझे , सब में बस एक बात ही बताया जाता है की व्रत करो डरो नहीं तो तुम्हारा नुकशान होगा और व्रत भी ठीक से नहीं रखा तो भी नुकशान होगा , पूजा के बिच से चले गए तो भी नुकशान होगा पूजा के बाद प्रसाद ग्रहण न करना भी नुकशान दिलाता है । इन कथाओ को पढ़ कर आभास होता है की कुछ anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-16474139771500637472012-10-18T06:59:54.793+05:302012-10-18T06:59:54.793+05:30यह कथा पहली बार जानी।
नवरात्रि पर्व की आपको हार्दि...यह कथा पहली बार जानी।<br />नवरात्रि पर्व की आपको हार्दिक शुभकामनायें।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.com