tag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post7090607283018472729..comments2023-11-03T14:44:51.326+05:30Comments on रेत के महल: सच कडवा होता है ? क्या सचमुच ?Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttp://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comBlogger25125tag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-52887135411998278872021-02-06T18:18:58.439+05:302021-02-06T18:18:58.439+05:30Sach humesa kadwa lagta hai logo koSach humesa kadwa lagta hai logo koKiSHORILAL BAUDDHhttps://www.blogger.com/profile/17627062714482577609noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-87575198268467014562013-07-27T22:02:46.866+05:302013-07-27T22:02:46.866+05:30प्रणाम। कडवा प्रतीत हो सकता है। कडवा है?प्रणाम। कडवा प्रतीत हो सकता है। कडवा है?Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-33254098687916983552013-07-27T22:00:43.297+05:302013-07-27T22:00:43.297+05:30त्रिनेत्र सत्य - कड़वा
शिव न्याय सत्य - कड़वा
सौ...त्रिनेत्र सत्य - कड़वा <br />शिव न्याय सत्य - कड़वा <br />सौन्दर्य - ईर्ष्या - कड़वा सत्य <br />प्रसिद्धि सत्य - पर कई आँखों में कड़वा रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-34680851197763520952013-05-09T18:45:54.463+05:302013-05-09T18:45:54.463+05:30श्रेयश्च प्रेयश्च मनुष्यमेतस्तौ सम्परीत्य विविनक्त...श्रेयश्च प्रेयश्च मनुष्यमेतस्तौ सम्परीत्य विविनक्ति धीरः।<br />श्रेयो हि धीरोऽभिप्रेयसो वृणीते प्रेयो मन्दो योगक्षेमाद् वृणीते ॥<br />= श्रेष्ठ बुद्धिवाले प्रिय के मुक़ाबले श्रेयस्कर चुनते हैं (लेकिन श्रेय अप्रिय ही हो, ऐसा कोई नियम नहीं है।) Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-79593598996287292722012-03-06T18:43:07.624+05:302012-03-06T18:43:07.624+05:30प्रवीण जी - आप यहाँ आये, आभार :)
1. @ सत्य को खोज...प्रवीण जी - आप यहाँ आये, आभार :)<br /><br />1. @ सत्य को खोजना नहीं होता - वह तो सामने है हमारे<br />true - बिलकुल सच :)<br /><br />2. @वह कड़वा तभी लगता है जब हम अपेक्षा करते हैं <br />- so true - i am trying to say the same thing<br /><br />3. @ @ 'God is Truth' - ईश्वर सत्य नहीं है...<br />- यह भी research का विषय है | मैं यह नहीं कह रही की वह है या नहीं है , मैं कह रही हूँ की <b>मैंनेShilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-43182606521520428322012-03-06T00:13:37.922+05:302012-03-06T00:13:37.922+05:30.
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सत्य को खोजना नहीं होता
वह तो सामने है हमारे....<br />.<br />.<br />सत्य को खोजना नहीं होता<br />वह तो सामने है हमारे<br />सत्य को साधना होता है<br />विश्वासों को चुनौती देकर <br />पूर्वाग्रहों को किनारे कर<br />केवल और केवल <br />साक्ष्यों पर भरोसा कर<br />वह कड़वा तभी लगता है<br />जब हम अपेक्षा करते हैं<br />किसी खास किस्म के <br />स्वयं को स्वीकार्य<br />आस्थाओं को पोषित करते<br />एक 'खोखले सत्य' की...<br />और हमारा सामना होता है<प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-71113334866849260372012-03-01T09:13:31.674+05:302012-03-01T09:13:31.674+05:30सत्य तो द्वन्द्व से परे है..सुन्दर कविता..सत्य तो द्वन्द्व से परे है..सुन्दर कविता..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-73473785761704276152012-02-27T19:53:06.349+05:302012-02-27T19:53:06.349+05:30...और कुछ नहीं!!! बस है!!!...सब कुछ!!!.......और कुछ नहीं!!! बस है!!!...सब कुछ!!!....Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-9469701822555518462012-02-27T09:44:47.103+05:302012-02-27T09:44:47.103+05:30जी अरविन्द सर | आप यह तो बिलकुल सच कह रहे हैं की क...जी अरविन्द सर | आप यह तो बिलकुल सच कह रहे हैं की कई कडवी चीज़ें स्वास्थय के लिए हितकर होती हैं और उन्हें निगलना ही अच्छा है | <br /><br />परन्तु - <b>हर वह चीज़ जो स्वास्थ्य के लिए अच्छी है - वह कडवी ही हो - ऐसा आवश्यक है क्या ? :) </b> पानी भी तो स्वास्थय के लिए अच्छा है - और वह भी तो स्वादहीन है | ... हर मीठी और कडवी गोली, उस स्वादहीन जल की मदद से, निगली जा सकती है, आत्मसात की जा सकती है |<br /Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-71651165047424671882012-02-27T09:33:20.802+05:302012-02-27T09:33:20.802+05:30कई कड़वी चीजें भी तो स्वास्थ्य के लिए अच्छी हैं,कड...कई कड़वी चीजें भी तो स्वास्थ्य के लिए अच्छी हैं,कड़वी गोलियां भी स्वास्थ्य के लिए निगलनी होती हैं -फिर सत्य कडवा है भी तो मगर वरेण्य है....वैसे आपने एक मौलिक चिंतन किया है -<br />हम तो यह भी जानते ही आये हैं जो सत्य है वही शिव है और वही सुन्दर भी ...<br />सत्यमेव जयते नानृतम !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-68649574406174874722012-02-24T16:52:34.722+05:302012-02-24T16:52:34.722+05:30sahi haisahi haiKunal Mehtahttps://www.blogger.com/profile/13614476212749470545noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-76816525436000773562012-02-22T21:31:03.189+05:302012-02-22T21:31:03.189+05:30आभार | माफ़ कीजियेगा - आपकी टिपण्णी स्पैम में चली ...आभार | माफ़ कीजियेगा - आपकी टिपण्णी स्पैम में चली गयी थी - अभी मिली - प्रकाशित कर दी है | :)Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-91479385424654343202012-02-22T21:24:08.901+05:302012-02-22T21:24:08.901+05:30अनुराग जी,वाणी जी, रश्मि जी - आभार :)
अनीता जी आप...अनुराग जी,वाणी जी, रश्मि जी - आभार :)<br /><br />अनीता जी आपका बहुत आभार :)<br /><br />सुज्ञ भैया - जी हाँ - सब दृष्टिकोण का असर है |<br /><br />नासवा जी - इस ब्लॉग पर आपका स्वागत है - आज आप पहली बार यहाँ आये हैं - आशा है पसंद आया होगा और आते रहेंगे | :)<br /><br />राकेश भैया, संगीता जी - धन्यवाद :)<br /><br />दयानिधि जी - आभार :) इस ब्लॉग पर आपका स्वागत है |<br /><br />आशा जी - स्वागत है - आभार Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-91406088568547263682012-02-22T13:33:36.590+05:302012-02-22T13:33:36.590+05:30सत्य कडवा नहीं होता
सत्य मीठा भी नहीं होता,
सत्य ब...सत्य कडवा नहीं होता<br />सत्य मीठा भी नहीं होता,<br />सत्य बस है,<br />रंगहीन, गंधहीन, स्वादहीन<br />न वह ठंडा है, न गर्म<br />वह न कट सकता है,<br />न जल सकता है<br />न भीग सकता है कभी,<br />न कभी सूख सकता है ।<br /><br />वाह...वाह...वाह...बहुत शशक्त रचना...बधाई स्वीकारें<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-40419596847134927342012-02-22T10:27:51.986+05:302012-02-22T10:27:51.986+05:30सत्य बस है
हमारी राह सत्य से होकर
गुज़रे, न गुज़रे...सत्य बस है<br />हमारी राह सत्य से होकर<br />गुज़रे, न गुज़रे<br />इससे सत्य को, उसकी भव्यता को<br />कोई फर्क नहीं पड़ता<br />हाँ - हमें ज़रूर फर्क पड़ता है ........<br />तभी तो हमें सत्य मीठा और कड़वा दिखता है ......<br />कितना सत्य ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-12592329436117541232012-02-22T09:23:47.878+05:302012-02-22T09:23:47.878+05:30सत्य तो पारदर्शी है. और दर्पण की तरह भी. लेकिन लोग...सत्य तो पारदर्शी है. और दर्पण की तरह भी. लेकिन लोग समझते कहाँ हैं. बेहद अच्छी अभिव्यक्ति...बरेली सेhttps://www.blogger.com/profile/10127507436735317915noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-42247344769006350062012-02-21T23:30:31.944+05:302012-02-21T23:30:31.944+05:30सही कहा आपने, सच को कोई फ़र्क नहीं पड़ता। फ़र्क हम...सही कहा आपने, सच को कोई फ़र्क नहीं पड़ता। फ़र्क हमें पड़ता है इसीलिये सच कभी हमें मीठा और कड़वा लगता है।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-87507769505929870732012-02-21T23:24:12.342+05:302012-02-21T23:24:12.342+05:30बहुत सुन्दर और विचारणीय बात!बहुत सुन्दर और विचारणीय बात!sangitahttps://www.blogger.com/profile/15885937167669396107noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-4544568166260697902012-02-21T21:56:15.162+05:302012-02-21T21:56:15.162+05:30सुन्दर अभिव्यक्ति.
सत् और सत्य विचारणीय हैं.
जितना...सुन्दर अभिव्यक्ति.<br />सत् और सत्य विचारणीय हैं.<br />जितना विचारों उतना ही अच्छा है.<br />आपके विचार अच्छे लगे.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-41707238827672263102012-02-21T18:22:35.118+05:302012-02-21T18:22:35.118+05:30शायद सत्य नहीं ... जो सह नहीं पाते उनका मिजाज कडुव...शायद सत्य नहीं ... जो सह नहीं पाते उनका मिजाज कडुवा होता है ... <br />सत्य तो शिव है, सुन्दर है तो कडुवे की कल्पना कहा है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-9838446467327555622012-02-21T15:56:11.522+05:302012-02-21T15:56:11.522+05:30सत्य का भी सत्य स्वरूप!! अद्भुत सत्य निष्कर्ष!!
स्...सत्य का भी सत्य स्वरूप!! अद्भुत सत्य निष्कर्ष!!<br />स्वाद तो व्यक्ति के भीतर ही होता है, सत्य जिसके लिए अप्रिय होता है कडवा लगता है। और जिसे अनुकूल होता है हितकर होने के कारण मीठा लगता है।<br />शानदार अभिव्यक्ति!!सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-71330468776877934852012-02-21T15:13:52.369+05:302012-02-21T15:13:52.369+05:30अद्भुत.. बहुत सुंदर ! सत्य को परिभाषित करती एक अनु...अद्भुत.. बहुत सुंदर ! सत्य को परिभाषित करती एक अनुपम रचना !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-81708658889708730292012-02-21T12:55:59.129+05:302012-02-21T12:55:59.129+05:30सत्य बस है,
रंगहीन, गंधहीन, स्वादहीन
न वह ठंडा है,...सत्य बस है,<br />रंगहीन, गंधहीन, स्वादहीन<br />न वह ठंडा है, न गर्म<br />वह न कट सकता है,<br />न जल सकता है<br />न भीग सकता है कभी,<br />न कभी सूख सकता है । <br /><br />सच्ची बात....rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-59486349384717986052012-02-21T12:14:53.272+05:302012-02-21T12:14:53.272+05:30विचारणीय!विचारणीय!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7528478000988371278.post-22324175553190661862012-02-21T09:57:49.907+05:302012-02-21T09:57:49.907+05:30बहुत सुन्दर और विचारणीय बात!बहुत सुन्दर और विचारणीय बात!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.com